What is UPI: मार्च 2011 तक की RBI रिपोर्ट में पाया गया कि देश के हर व्यक्ति के द्वारा साल में 6 Non-cash transaction ही किये जाते हैं, जबकि 10 मिलियन रिटेलर्स कार्ड युक्त भुगतान लेने के लिए तैयार थे। इस समस्या को देखते हुए अप्रैल 2019 में नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया का गठन किया गया। तथा इस गैप को भरने के लिए 2012 में RBI ने सकारात्मक निर्देशों का विवरण दिया गया। जिसके तहत एक सुरक्षित कुशल, सुलभ, समावेशी, इंटरऑपरेबल और अधिकृत भुगतान प्रणाली का निर्माण किया।
इस प्रणाली को हरित पहल के तहत शुरू किया गया जिसका उद्देश्य बाजार में पेपर के उपयोग को कम करना था।
Table of Contents
UPI की शुरुआत
2016 में भारत सरकार के द्वारा Unified Payment Interface(UPI) को आधिकारिक तौर पर लागू कर दिया एवं अपने लागू होने के बाद से ही UPI ने पेमेंट सिस्टम में उच्चतर बढ़ोत्तरी को दर्ज कराया और भारत ऑनलाइन भुगतान के मामले में दुनिया में सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा।
ACI worldwide or global data के अनुसार 2020 में भारत ने 2505 billion UPI भुगतान किये जो USA और चीन से कई अधिक थे।
भारत के UPI system की सफलता को देखते हुए Google ने Federal Reserve Board को सलाह दी कि भारत के UPI system कि तरह Real Time Payment System(वास्तविक समय भुगतान प्रणाली) को बनाया जाये।
Economist Intelligence Unit Report 2021 के अनुसार भारत दुनिया में UPI भुगतान के लिहाज से एक प्रमुख लीडर के रूप में सामने आया है। जो चीन और साउथ कोरिया जैसे देशों से काफी आगे निकल चुका है।
UPI कार्य कैसे करता है?
पहले किसी व्यक्ति को पैसे निकलने के लिए चैक या इंटरनेट बैंकिंग की सहायता से अनुमति देनी पड़ती थी। किन्तु UPI के आने से किसी भी 3rd पार्टी कंपनी के द्वारा किसी व्यक्ति की भुगतान अनुमति को एकत्र कर किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में पैसा भेजा जाता है।
UPI के तहत 3rd पार्टी एप्लीकेशन के माध्यम से यूजर से डेबिट लेनदेन को इकठ्ठा कर यूजर के बैंक खाते में प्रस्तुत करती है। इन भुगतानों के लिए NPCI(National Payments Corporation of India) ने एक सुरक्षित Backend system तैयार किया है जो इन भुगतानों को नियंत्रित करता है। phone pay , google pay , Paytm आदि एप्लीकेशन हैं जो NPCI द्वारा तैयार प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। UPI ने बैंक खाता संख्या और IFSC code के सिस्टम को ख़त्म कर दिया है। किसी भी UPI पेमेंट को करने के लिए यूजर को केवल भुगतान करने वाले व्यक्ति का वर्चुअल पेमेंट एड्रेस(VPA) का पता होना आवश्यक है जो कि यूजरनाम और बैंक नाम का जोड़ होता है।
यह एक आधुनिक पेमेंट मोबाइल सिस्टम है जहाँ किसी प्रकार के कार्ड की आवश्यकता नहीं होती है।
नेपाल में UPI पेमेंट चालू
नेपाल दुनिया में UPI पेमेंट को स्वीकार करने वाला पहला विदेशी राष्ट्र बन गया है। नेपाल में UPI पेमेंट सिस्टम चालू करने के लिए NPCI की अंतर्राष्ट्रीय शाखा ‘NPCI इंटरनेशनल पेमेंट लिमिटेड’ ने ‘गेटवे पेमेंट सर्विसेस’ और ‘मनम इंफोटेक’ के साथ समझौता किया है। ‘गेटवे पेमेंट सर्विस’ नेपाल में अधिकृत पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर है।
इस प्रयास से नेपाल में P2P और P2M लेनदेन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह नेपाल में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा। UPI वैश्विक स्तर पर सबसे सफल रियल टाइम पेमेंट सिस्टम में से एक है, जो भारत में P2P और P2M लेनदेन में सुरक्षा प्रदान करता है। भारत में रियल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम के लिए NPCI एक अम्ब्रेला संगठन है।
UPI के लिए चुनौतियां
ग्लोबल पेमेंट सिस्टम के अपने व्यवहार में कुछ ही कंपनियां नियंत्रण करे हुई हैं। Merchants और ग्राहक ज्यादातर इन बड़े प्लेटफार्म की ओर ही आकर्षित होते हैं। जिस कारण पेमेंट सिस्टम में कुछ ही कंपनियों का प्रभुत्व है।
UPI को इंटरोऑपरेबिलिटी(interoperability) के आधार पर तैयार किया गया है। जिसके अनुसार आज के समय कोई भी बैंक NPCI के सिस्टम खुद को रजिस्टर कर अपने उपभोक्ताओं को UPI services(यूपीआई सेवाएं) दे सकता है।
UPI की आवश्यकता
UPI की तर्ज पर म्यांमार सरकार भी Real Time Payment System को लाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सेंट्रल बैंक ऑफ़ म्यांमार को वर्ल्ड बैंक के द्वारा सहायता मिल रही है। अगर NPCI euronet म्यांमार भी कामियाब होता है तो दुनिया के अन्य देशों जैसे UAE , सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों तक UPI की पहुंच आसानी से हो सकेगी।
UPI की सफलता को देखते हुए मास्टरकार्ड और वीसा कार्ड जैसी कंपनियां इसे चुनौती देने के प्रयास कर रही हैं। दुनिया के देश इस सिस्टम की तर्ज पर पेमेंट सिस्टम तैयार करने के प्रयास कर रहे हैं। चीन में मोबाइल पेमेंट सिस्टम को लाने के प्रयास किये गए हैं किन्तु वह UPI के बराबर सुरक्षित नहीं है। UPI को आज के समय दुनियाभर में कई कंपनियों और सरकारों के द्वारा पूरी तरह सहयोग मिल रहा है।
Fidelity National जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 40 सरकारों के पेमेंट सिस्टम को ट्रैक करता है। उसके द्वारा UPI को नवाचार और ग्राहक सुविधाओं के आधार पर सबसे अधिक स्कोर दिया है। वहीं चीन के पेमेंट सिस्टम को केवल 2 स्कोर ही प्राप्त हो सका।
आने वाले कुछ सालों में UPI(what is UPI) मास्टर कार्ड और वीसा को पीछे छोड़ देगा। एक रिपोर्ट के अनुसार सन 2018 से 2020 के बीच ही UPI भुगतान में 13 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। अगर भविष्य में UPI को दुनिया में प्रमोट किया जाता है तो इस बात में कोई संदेह नहीं कि UPI सिस्टम स्विफ्ट, मास्टरकार्ड और वीसा को कड़ी चुनौती देगा। और दुनिया अभी आधुनिक पेमेंट सिस्टम के मामले में बहुत पीछे है। भारत अगर प्रयास करता है तो इस क्षेत्र में भारत फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी का लीडर बन कर उभर सकता है।