बैंकिंग सेक्टर में कार्ड भुगतान प्रणाली के लिहाज से आज के समय में ज्यादातर बैंकिंग उपभोक्ता Rupay Card(What is Rupay Card in Hindi) से परिचित हैं। एक ऐसा समय था जब हमारे देश में किया जाने वाला हर कार्ड युक्त भुगतान Visa और Mastercard जैसी विदेशी कंपनियों पर निर्भर था। जहाँ से विदेशी कंपनियां प्रत्येक भुगतान का डाटा विदेशों में स्थित सर्वर में स्टोर रखती थीं, साथ ही कार्ड युक्त भुगतान को जारी रहने के लिए हमारे बैंक से हर भुगतान पर फीस लिया करती थी।
किन्तु भारत में NPCI(National Payments Corporation of India) के द्वारा के Rupay Card के लाने से पेमेंट सिस्टम में नयी क्रांति लाने का कार्य किया है। आज Rupay भारतीय डेबिट कार्ड बाजार का सबसे बड़ा उपभोक्ताधारक है, बल्कि इसने Visa और Mastarcard जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को इस हद तक चुनौती दी है कि आज वह अमेरिकी सरकार से शिकायत करने को मजबूर हो गए हैं।
मात्र 10 सालों में Rupay ने कैसे भारतीय बाजार के अलावा दूसरे देशों में पहुंच बनायीं। यह फाइनेंसियल एक्सपर्ट्स के लिए भी जानने योग्य है।
Rupay Card क्या है?(What is Rupay Card in Hindi)
2009 में RBI ने Mastercard और Visa जैसी विदेशी कंपनियों पर भारतीय वित्त संस्थाओं और मर्चेंट की निर्भरता को देखते हुए। भारतीय बैंक संगठनों को एक Non Profit Company के गठन का अनुरोध किया जो कि indigenous Payment Card System(स्वदेशी भुगतान कार्ड प्रणाली) होगा। इस कार्ड को शुरुआत में India pay कहा गया किन्तु कई सालों की प्लानिंग के बाद NPCI को इसकी जिम्मेदारी दी गयी जिसने इस कार्ड का नाम Rupay रखा। जिसे rupee और payment शब्द को जोड़कर बनाया गया था।
NPCI ने इसे Visa और Mastercard के तौर पर ही लागू किया। जिससे इंडिया के पेमेंट सिस्टम को एकसाथ जोड़ा जा सके।
Rupay की शुरुआत(What is Rupay Card in Hindi)
RBI ने अपने vision paper 2009-12 में इस बात को अंकित किया था कि भारत में Visa और Mastercard जैसी एजेंसी को उच्च फीस देनी पड़ रही है। इसके साथ कार्ड भुगतान का डाटा भी दूसरे देशों में रखा जा रहा है। इन समस्याओं ने एक स्वदेशी कार्ड लाने को प्रोत्साहित किया।
सरकार के द्वारा 26 मार्च 2012 को Rupay स्कीम को शुरू किया गया तथा 8 मई 2014 को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के द्वारा Rupay को पूरे देश को समर्पित कर दिया गया। 2021 तक Rupay ने इंडिया के कुल कार्ड भुगतान में 34% हिस्सेदारी साबित कर अन्य कार्ड कंपनियों के लिए चुनौती प्रस्तुत की है।
Rupay कार्ड आज भारत के सभी ATM में स्वीकार किया जाता है। NPCI के अनुसार Rupay से 2 लाख से अधिक ATM और 26 लाख से अधिक POS टर्मिनल जुड़ चुके हैं। Rupay card को उठाने में भारत सरकार का खास योगदान रहा है। जब 2014 में जब प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की गयी तब सरकार के निर्देश पर नए खाताधारकों को केवल Rupay डेबिट कार्ड ही दिए जाने के निर्देश थे।
Rupay कार्ड के तेज़ी से बढ़ने में जनधन योजना का शहारा ही नहीं मिला बल्कि Rupay ने लगातार लोगों की पसंद के अनुसार बदलाव किये हैं। जिसे Visa और Mastercard नहीं कर पाए। Rupay ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए Rupay किसान कार्ड की शुरुआत की। 2017 में NABARD ने किसान क्रेडिट कार्ड(KCC) को Rupay किसान डेबिट कार्ड(किसान कार्ड) में बदल दिया गया। इससे किसानों को KCC का पैसा सीधे उसके अकाउंट में दिया जाने लगा। इस प्रयास ने किसानों को आर्थिक रूप से अधिक मजबूत करने का प्रयास किया।
कार्ड युक्त भुगतान कैसे होता है?(What is Rupay Card in Hindi)
जब कोई कार्ड धारक किसी भी प्रकार की खरीदारी या ATM से निकासी व जमा के लिए कार्ड का उपयोग करता है तो कार्ड धारक और बैंक के मध्य लिंक के रूप में Rupay , Visa या Mastercard का उपयोग किया जाता है। ये कंपनियां उपभोक्ता की अनुमति पर बैंक से पैसे निकासी, जमा व खरीदारी करती हैं। यहाँ पर Rupay या कोई भी अन्य कंपनी बैंकों के मध्य केवल मध्यस्तता का कार्य करती हैं।
किसी भी पेमेंट कार्ड में प्रमाणीकरण के बाद पेमेंट को शुरू किया जाता है। इसके बाद विक्रेता का POS सिस्टम(Point of Sell System) आपके अकाउंट की जानकारी(इनफार्मेशन) लेकर उपभोक्ता की बैंक को भेजता है। इस जानकारी को इकठ्ठा करते ही विक्रेता(seller) की बैंक कार्ड एजेंसी जो कि Rupay , या मास्टरकार्ड या कोई भी हो सकता है, उसकी मदद से ग्राहक अपनी बैंक से प्रमाणीकरण का अनुरोध भेजता है। ग्राहक की बैंक द्वारा इस प्रमाणीकरण को मान्य करते ही आपका बैंक कार्ड एजेंसी के माध्यम से एकदम से विक्रेता(seller) के अकाउंट में पेमेंट भेज देता है और इस प्रक्रिया के माध्यम से कोई भी कार्ड युक्त भुगतान पूरा होता है।
कार्ड युक्त भुगतान की फीस(What is Rupay Card in Hindi)
किसी भी प्रकार के कार्ड युक्त भुगतान में एक लेनदेन की फीस जुड़ी रहती है। यह भुगतान का एक छोटा सा भाग होता है। जो कि मर्चेंट द्वारा दिया जाता है। यह फीस किसी भुगतान के 0.5% से लेकर 3.5% तक होती है। जिसे मर्चेंट और बैंक के बीच एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करते समय ही तय कर लिया जाता है।
कार्ड एजेंसी को भुगतान की जाने वाली यह फीस भुगतान की प्रक्रिया में शामिल बैंकों तथा किसी दूसरी एजेंसी या संस्था के द्वारा आपस में साझा किया जाता है। यही Rupay , Visa या Mastercard जैसी एजेंसी का राजस्व का प्राथमिक स्रोत रहता है। इसके अलावा वह ब्रांड लोगो, कार्ड धारक के नाम, और वार्षिक फीस के माध्यम से आर्थिक लाभ लेती हैं। ये एजेंसी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को सर्टिफिकेशन भी प्रदान करती हैं।
Rupay द्वारा किये जा रहे प्रयास/Rupay Global Card
कोटक महिंद्रा बैंक ने Rupay के साथ मिलकर वित्तीय समावेशन के लिए एक नयी स्कीम की शुरुआत की है। जिसे देश के गुजरात, बंगाल राज्यों वाली जगह पर कॉर्पोरेट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है।
NPCI ने देश से बहार Rupay card की पहुंच को बनाने के लिए 19 अगस्त 2020 को NPCI कि सहायक कंपनी NPCI इंटरनेशनल पेमेंट लिमिटेड(NIPL) लांच की। जिससे विदेशी बाजार में Rupay कार्ड का अंतर्राष्ट्रीकरण तथा इसकी मांग को बढ़ाया जा सके। NPCI ने ग्लोबल कार्ड 2014 से ही शुरू कर दिए थे। सिंगापुर ने Rupay card का पहला पार्टनर बनते हुए इंडिया के Rupay card को प्रमोट करने में सहायता की थी। इसके अलावा NPCI ने Discover Finacial Services के साथ एक पार्टनरशिप करते हुए Rupay Global Cards को Diners Club International और pulse नेटवर्क के साथ इंटरनेशनल खरीदारी और देश के बाहर रूपये निकालने के लिए सक्षम बनाया।
Rupay Card की सफलता
RBI ने जुलाई 2021 में ऐसी कार्ड कंपनियों पर रोक लगा दी है जो कार्ड धारकों का डाटा देश के बाहर सर्वर में इकठ्ठा कर रही थी। इससे मास्टरकार्ड जैसी कंपनी पर रोक लगी। Rupay सरकार की Zero MDR Norm के तहत चलाया जाता है जिसके अनुसार UPI भुगतान की तरह मर्चेंट को कोई फीस नहीं देनी पड़ती। इसके अलावा रूपए एक स्वदेशी नेटवर्क होने के कारण बैंक को कोई फीस नहीं देनी पड़ती है जिससे ग्लोबल नेटवर्क के खिलाफ rupay को चलाना बैंक के लिए अधिक किफायती है।
किन्तु इन सब के बावजूद Rupay डेबिट कार्ड के रूप में तो बहुत सफल हुआ है किन्तु क्रेडिट कार्ड के रूप में अभी Rupay कार्ड को कोई खास कामयाबी नहीं मिली है। इसका एक कारण तो यह भी है कि बैंक क्रेडिट कार्ड पर लुभावने ऑफर देती रहती हैं और क्रेडिट कार्ड बैंक के लिए कमाई का सहारा होते हैं। एक डाटा के अनुसार भारत की क्रेडिट मार्किट का सिर्फ 20% बाजार ही Rupay के अंतर्गत है जबकि Visa और Mastercard इस बाजार में प्रभुत्व स्थापित किये हुए हैं। किन्तु इन चुनौतियों का सामना करते हुए Rupay क्रेडिट कार्ड मार्किट में धीरे-धीरे कदम बढ़ा रहा है साथ ही Rupay अब संपर्क रहित भुगतान(Contactless payment offering) की तरफ कदम बड़ा रहा है। जानकारों का मानना है कि समय के साथ Rupay(What is Rupay Card in Hindi) लुभावने ऑफर के जरिये लोगों को आकर्षित करने में कामयाब होगा।