NFT: आज के समय ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हे डिजिटल रूप से अपना आर्ट कलेक्शन तैयार करना पसंद होता है वो चाहे किसी की फोटो हो सकती है, या उसकी gip file या वीडियो क्लिप। लोगों का अपना अपना शोक हो सकता है एवं वह कितना भी भिन्न दिख सकता है। इंटरनेट पर उस भिन्नता को पसंद करने वाले लोगों की कमी नहीं है। उदहारण के लिए अगर मान लिया जाये कि किसी व्यक्ति ने अटल जी की कविताओं का कलेक्शन बना रखा हो, तो किसी ने युवराज के छक्कों की कलेक्शन बना रखी हो। ऐसा होना संभव हैं कि असल में इनका कॉपीराइट किसी और के पास मौजूद हो। किन्तु इंटरनेट की दुनिया में इन कलेक्शन का मालिक कोई और ही हो।
यह आम बात है कि इंटरनेट पर पब्लिक डोमेन में किसी एक फोटो की कई हज़ार कॉपी हो। जिन्हे डाउनलोड कर सकते हैं लेकिन कोई भी इनके मालिकाना हक़ का दावा नहीं कर सकता। किन्तु NFT के आने से अब ऐसा नहीं है, डिजिटल दुनिया में स्थित किसी भी प्रख्यात फाइल को अब कोई भी व्यक्ति अपना कह सकता है। भले ही उसकी कॉपी कई व्यक्तियों के पास क्यों न हों। NFT की बदौलत वह उस फाइल के ओरिजिनल होने का प्रमाण रख सकता है।
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NFT क्या है(NFT kya hai)?
NFT को असल में Non Fungible Token कहा जाता है। अर्थशास्त्र की भाषा में fungible asset उन चीजों को कहा जाता है जिनकी यूनिट की आपस में अदला बदली की जा सकती हो। उदहारण के रूप में 100 रूपये के नोट 50 रूपये के 2 नोटों से बदला जा सकता है और नोटों को बदलने के बाद भी दोनों यूनिट्स का मूल्य समान ही रहेगा।
लेकिन ज्यादातर चीजें non fungible होती हैं। वस्तुओं के भिन्न भिन्न गुण होने के कारण उन्हें किसी दूसरी वस्तु से बदला नहीं जा सकता। ये Non fungible चीजें कुछ भी हो सकती हैं जैसे आगरा का ताजमहल, कोई पेंटिंग, राजस्थान के किले या दुनिया में ऐसी कोई भी चीज जो अलग हो।
NFT डिजिटल दुनिया में उपस्थित ऐसे ही asset होते हैं जिन्हे भौतिक चीजों की भांति बेचा या खरीदा जा सकता हैं। इनके प्रतिस्थापन(replace) का कोई दूसरा तरीका नहीं होता है। जिसके कारण इनके मलिकाना हक़ के लिए एक डिजिटल टोकन लागू किया जाता हैं। लोग किसी आर्ट वर्क की कॉपी को तो रख सकते है लेकिन आज इन फाइल्स के लिए कई ownership clam होने लगी हैं। जिन्हे NFT देती है।
NFT एक असली दुनिया की वस्तु के समान जैसे आर्ट, म्यूजिक, कंप्यूटर गेम्स आदि को प्रदर्शित करने वाले डिजिटल सम्पत्ति(asset) होते हैं। इन्हे ऑनलाइन ही खरीदा और भेचा जाता है जिनका भुगतान अधिकांशतः क्रिप्टो करेंसी में किया जाता है।
सुरक्षा के लिहाज से NFT को उन्ही software की मदद से कोड किया जाता हैं जिन सॉफ्टवेयर की मदद से क्रिप्टो करेंसी को कोड किया जाता है। क्रिप्टो की तरह NFT में भी ब्लॉकचैन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता हैं। जहां पर डाटा को चोरी कर पाना नामुमकिन हैं।
NFT की शुरुआत
NFT का चलन लोगों की जिंदगी में 2014 से हैं किन्तु हाल ही में इसका चलन बहुत तेज़ी से बड़ा है और आर्ट वर्क को डिजिटल रूप से खरीदने और बेचने वालों की संख्या भी तेज़ी से बड़ी है। NFT के “unique identity code” इन्हे लोकप्रिय या महंगा बनाते हैं।
माना कि कोई video NFT बहुत अधिक प्रचलन में है तो उसकी सप्लाई को रोक देने या कम करने से उसके दाम बढ़ जाते है।
डिजिटल आर्ट वर्क के प्रख्यात व्यक्ति mike winklemann के द्वारा अभीतक 5000 से अधिक डिजिटल ड्रॉइंग के साथ अभी तक की सबसे प्रख्यात NFT को चलाया है। जिसे उन्होंने Everydays: The First 5000 days नाम दिया था। इन तस्वीरों को कोई भी व्यक्ति देख सकता हैं। इनमें से एक तस्वीर को 69.3 मिलियन डॉलर में बेचा गया था।
NFT के जरिये खरीदार ओरिजिनल आइटम को अपने पास रख सकता हैं जो कि built in authentication के साथ आता है यह खरीदार के पास प्रमाण के रूप में रहता है। NFT का कलेक्शन रखने वालों का मानना हैं कि कई बार NFT आर्ट वर्क की कीमत उसकी असल कीमत से कई गुना अधिक होती है।
NFT आर्टवर्क से लाभ
इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट हैं जैसे opensea , rarible आदि जहां पर अकाउंट बनाकर आर्टवर्क को बेचा जा सकता है। किसी भी आर्ट को लगातार बेचे जाने से बेचीं गयी राशि का कुछ हिस्सा NFT मालिक को मिलता रह सकता है। NFT के जरिये कोई भी व्यक्ति अपने आर्टवर्क को हजारों लाखों की संख्या में बेचकर पैसा कमा सकता हैं।
NFT को लेकर चुनौती
NFT को लेकर भी दो पक्ष है जिनमें एक पक्ष का मानना हैं कि इसका कोई भविष्य नहीं हैं न ही कोई इसका इतिहास। किसी भी NFT का चलन आज हैं और कुछ समय बाद अगर उसकी मांग नहीं रहती तो उसका मूल्य बहुत नीचे गिर सकता है। NFT का खेल भी buyers और seller पर ही निर्भर है। ऐसा होना पूरी तरह संभव हैं कि आज के समय किसी game NFT की बहुत मांग हो और कुछ समय बाद ही उसकी मांग खत्म हो जाने से उसे खरीदार ही न मिले।
NFT एक नया प्लेटफार्म होने की वजह से क्रिप्टो करेंसी की तरह ही इस पर अभी सरकारों की तरफ से कोई नियम कानून नहीं बनाये गए। अनुमान हैं कि NFT आने वाले समय में एक नए रेवोलुशन का कार्य कर सकती है। भारत में भी NFT(NFT Kya hai) से कई सेलिब्रिटी जुड़ रहे है। अमिताभ बच्चन जी ने अपने जिंदगी के कई हिस्सों को NFT के रूप में बेचने की इच्छा जताई है जिसके लिए उन्होंने तारीख भी तय कर दी है।