Lockdown in London: Covid-19 की वजह से United Kingdom एवं लंदन में फिर से lockdown लगा दिया गया है। संभावना यह है कि यह lockdown लम्बे समय तक लगा रह सकता है। दूसरे देशों ने लंदन से आने वाली और जाने वाली फ्लाइट्स पर पूरी तरह रोक लगा दी है। भारत ने भी 31 Dec तक लंदन से आने वाली और जाने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है।
Lockdown in London से चिंता क्यों?
United Kingdom के हेल्थ सेक्रेटरी Matt Hancock के द्वारा कहा गया है कि लंदन कई महीनो तक lockdown में रह सकता है। क्यों कि जो नया corona वायरस का स्ट्रेन है, वह 70% अधिक खतरनाक है और पहले से बहुत तेज़ी से फैलता है। जब से कोरोना वायरस फैलाना शुरू हुआ है वह 20 से 22 बार खुद में बदलाव कर चुका है। कहने का तात्पर्य उसमें (Mutation)म्युटेशन की प्रक्रिया में बदलाव होते रहे हैं।
covid virus साधारण RNA virus है किन्तु समस्या यह है कि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है (Human to Human transmission).
अभी यह वायरस UK के southeast region में फैल रहा है। वहां की सरकार के द्वारा प्रयास यह किया जा रहा है कि यह वायरस सिर्फ UK तक ही सीमित रहे। अगर यह बाहर के देशों में फैल गया तो जिस प्रकार से वायरस का प्रभाव बताया जा रहा है उस हिसाब से स्थिति को काबू में रख पाना बहुत मुश्किल होगा।
इस बात का अंदाजा इस बार से लगा लेना चाहिए कि जब कोरोना वायरस सिर्फ चीन में था वहाँ से यह दूसरे देशों में फैला। पुरे विश्व ने अपनी तरफ से पूरे प्रयास किये इसे काबू में करने के, बहुत से तरीके अपनाये गए किन्तु स्थिति काबू से बाहर ही रही।
अभी स्थिति ऐसी बन रही है कि देशों में vaccine(दवा), और टीकाकरण किया जा सके। UK में लोगो को वैक्सीन दी जाना शुरू हो चुका है। अभी वहां 4 स्टेज में पाबंदियों को लागू किया जा रहा है। जिसमें पहली और दूसरी स्टेज में छूट है कुछ पाबंदियों के साथ, किन्तु 3rd और 4th स्टेज में पाबंदियां कठोर हैं। 3rd स्टेज में आप बहुत जरुरी होने पर बाहर निकल सकते, स्टूडेंट बाहर जा सकते। 4th स्टेज में पूरी तरह lockdown लगाया है। जिस प्रकार से भारत में शुरुआती चरण में lockdown लगाया गया था।
New covid Virus
इस नए वायरस का नाम VUI-202012/01 है। यह 1st वेरिएंट है जिस पर जाँच चल रही है। अभी तक इसमें 17 बार म्युटेशन हुआ है। जिस प्रकार की लंदन से खबर है उस हिसाब से तो इसे बहुत खतरनाक बताया जा रहा किन्तु अभी तक इस बात का कोई प्रमाण सामने नहीं आया है। हाँ यह बात सामने आयी है कि इसकी फैलाने की दर अधिक है।
लक्षणों से अभी तक ऐसा नहीं लगा कि यह पहले से ज्यादा अलग है या खतरनाक है। ऐसा बताया गया था कि सितम्बर के महीने में यह स्ट्रेन आ गया था किन्तु अभी कुछ समय में इसके मरीज 60% अधिक तेज़ी से मिले हैं।
इसमें स्ट्रेन को covid-19 genomics UK के द्वारा रैंडम टेस्टिंग में खोजा गया। BBC का मानना है कि इसके केस ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, डेनमार्क में भी हो सकते हैं और यह भी संभव है कि वहीं से यह नया वायरस लंदन पंहुचा हो।
Matt Hancock का कहना है कि सरकार की जिम्मेदारी है महामारी से लड़ना लोगों की सुरक्षा करना। किन्तु लोगों को अभी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। केवल सरकार के भरोसे पर ही नहीं छोड़ा जा सकता। जिस प्रकार से लोगों द्वारा लापरवाही बरती गयी। लोग अपने घरों से बाहर पाबंदियों के बाद भी आ जा रहे। यह महामारी में किसी के लिए भी सही नहीं। Lockdown in London इस शब्द को सही रूप से पालन करने के लिए जितनी सरकार की जिम्मेदारी है, उतनी ही जिम्मेदारी लोगों की।