मणिकरण पावर लिमिटेड जो भारत की सबसे बड़ी पावर ट्रेडिंग और रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी में से एक है, इसके द्वारा कहा गया कि वह भारत की पहली Lithium Refinery गुजरात के Sanand और dholera में से किसी एक स्थान पर लगाएगी। अभी तक कंपनी के द्वारा कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। कंपनी की तरफ से 1000 करोड़ का निवेश करने की बात सामने आयी है।
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Lithium Refinery के लिए कच्चा मॉल
लिथियम भारत में आमतौर पर नहीं पाया जाता, इस समस्या को दूर करने के लिए भारत अधिकतर लिथियम का आयात ऑस्ट्रेलिया से करता है। जिसके लिए मणिकरण पावर लिमिटेड ने ऑस्ट्रेलिया की कंपनी Neometals के साथ करार किया है। यह कंपनी वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के Mount Marion Lithium mine से लिथियम निकालेगी। जिसे भारत भेजा जायेगा।
Lithium है क्या?
लिथियम एक धातु(Metal) है। जिसका periodic table के हिसाब से atomic संख्या 3 है। लिथियम की खासबात यह है कि इसके द्वारा High energy-density rechargeable लिथियम आयन बैटरियां बनायीं जा सकती हैं।
लिथियम सबसे हल्की धातु और सबसे कम घनत्व वाला ठोस पदार्थ है। 20वीं शताब्दी में लिथियम को बैटरी में एनोड मटेरियल के रूप में प्रयोग करना शुरू किया गया। किन्तु अब यह लिथियम आयन बैटरियों के लिए जरुरी तत्व बन चुका है।
लिथियम आयन बैटरी काम कैसे करती है?
इन बैटरियों में लिथियम आयन होते है जब बैटरी dis-charge हो रही होती है। तब ion एनोड से कैथोड की तरफ गति करते हैं किन्तु जब बैटरी को चार्जिंग में लगाया जाता है तब आयन के बीच गति कैथोड से एनोड की तरफ होने लगाती है।
अभी लिथियम बैटरी का सबसे अधिक इस्तेमाल हम सबके मोबाइल फ़ोन में हो रहा है किन्तु भविष्य में इसका इस्तेमाल Cars की बैटरी के रूप में होगा। पेट्रोल और डीज़ल की गाड़ियों का विकल्प बदलने के लिए भविष्य में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लाया जायेगा। इन गाड़ियों में पावर, लिथियम आयन बैटरियों के द्वारा ही दी जाएगी।
Lithium-ion technology में बदलाव
2010 से अब तक लिथियम आयन बैटरी में cost को लेकर बहुत कमी आयी है। पहले लिथियम आयन बैटरी की 1kWh की क्षमता जो एक कार को 3 से 4 माइल्स तक पावर दे सकती थी उसका खर्चा किसी भी कंपनी को $1000 के करीब पड़ता था किन्तु 2020 में यही खर्चा $110 पर आ चुका है, जो आगे और भी कम हो जायेगा। जैसे जैसे इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बढ़ेगी।
बैटरी के क्षेत्र में नए नए बदलाव तेज़ी से हो रहे हैं। जुलाई 2020 में जापान के Hideaki Horie के द्वारा एक pioneer बैटरी को इजात किया है। जो लिथियम आयन बैटरी से 90% अधिक सस्ती होगी और इससे अधिक सुरक्षित भी।
Tesla 2021 में भारत में भी अपनी गाड़ियों को लाएगी। अभी इलेक्ट्रिक कारों के लिए Tesla पहले से किफायती लम्बी क्षमता की बैटरी बनाने पर काम कर रही है। जिसे वह चीन में मॉडल 3 sedan में लांच करेगी।
लिथियम आयन बैटरी के फायदे
इन बैटरी की जैसे जैसे क्षमता बढ़ेगी। इनका उपयोग बड़ी जगहों में होने लगेगा। इनसे कार्बन की खपत को कम करने में सहायता मिलेगी। आज के समय में ऊर्जा के नए माध्यमों को तलाशा जा रहा है। जो प्रदूषण को रोक सकें।
सोलर एनर्जी और पवन ऊर्जा पर ध्यान दिया जा रहा। लेकिन इन दोनों ही माध्यमों में ऊर्जा को सीमित तरह से ही पाया जा सकता है। लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल भविष्य में सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी को और बेहतर बना सकता है।
कार्बन फ्री ऊर्जा के लिए लिथियम आयन बैटरी का उपयोग पुराने हो चुके सभी ऊर्जा स्रोतों की जगह ले सकता है।
लिथियम किन देशों में सबसेअधिक
चिली में सबसे अधिक लिथियम का भंडार है 8.6 million tonnes उसके बाद ऑस्ट्रेलिया 2.8 million tonnes , तीसरे नंबर पर अर्जेंटीना और उसके बाद चीन आता है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ करार किया है। बोलीविया में भी लिथियम के भंडार है वहां से भी MoU पर सहमति बनी हुई है।
इन सभी देशों में सबसे अच्छी स्थिति चीन की है क्यों कि वहाँ भंडार भी है, Lithium Refinery भी एवं चीन के पास विशाल जनसँख्या है जो प्रोडक्शन का दोहन कर सकती है।
बोलीविया में भंडार तो अधिक है किन्तु उससे लिथियम निकाल पाना मुश्किल है। क्यों कि यहाँ पर लिथियम के भंडार साल्ट के मैदान के रूप में हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया में यह हार्ड रॉक के रूप में मिलता है। जिसे आसानी से निकला जा सकता।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से यह बात कही गयी है कि वह भारत के साथ अपना लिथियम प्रोडक्शन बढ़ाएंगे।
भारत को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए Lithium Refinery की आवश्यकता है। और जितनी तेज़ी से इलेक्ट्रिक गाड़ियों का बाजार बढ़ेगा वैसे ही लिथियम की डिमांड बढ़ेगी। गुजरात में पहले से लिथियम आयन बैटरी के प्लांट लगे हुए हैं। तोशिबा और सुजुकी मोटर्स की तरफ से भी साथ में लिथियम बैटरी प्लांट लगाया गया था। टाटा कंपनी ने भी धोलेरा में जमीन अधिग्रहण किया है ताकि वह भी lithium ion battery प्लांट लगा सके। अडानी ग्रुप की तरफ से भी लिथियम आयन बैटरी प्लांट स्थापित करने की बात कही गयी है।