2021 के वैश्विक शांति सूचकांक(Global Peace Index-GPI) में 163 देशों की सूची में भारत को 135 वां स्थान दिया गया है। इस इंडेक्स को इंस्टिट्यूट फॉर इकनोमिक एंड पीस-IEP के द्वारा तैयार किया जाता है। यह इस सूचकांक का 15 वां संस्करण है। इसमें देश, क्षेत्रों के शांति स्तर की स्थितियों के अनुसार रैंकिंग दी जाती है।
इंस्टिट्यूट फॉर इकनोमिक एंड पीस का मुख्यालय सिडनी(ऑस्ट्रेलिया) में स्थित है।
यह रिपोर्ट शांति के रुझानों, इसके आर्थिक मूल्यों तथा शांतिपूर्ण समाजों को कैसे विकसित किया जाये इस पर सबसे व्यापक और विश्लेषित डाटा प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में बहुत से इंडीकेटर्स को शामिल किया जाता है जिनके आधार पर किसी देश की मौजूदा स्थिति के विषय में अनुमान लगाना आसान होता है।
ग्लोबल पीस इंडेक्स 2021
2008 से ही आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण है। इस बार की रिपोर्ट में भी आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश की स्थिति पर बरकरार है। इसके साथ ही विश्व के सबसे शांतिपूर्ण देशों में न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल और डेनमार्क को शामिल किया गया है।
अफगानिस्तान लगातार चौथे वर्ष दुनिया का सबसे कम शांतिपूर्ण देशों है इसके बाद यमन, सीरिया, दक्षिणी सूडान, इराक और सोमालिया है।
भारत की रैंक में कुछ सुधार होने का कारण
2016 में भारत का शांति सूचकांक में स्थान 141 वां था। उस समय कुछ आतंकवादी घटनाये देश में हुई। सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम भारत द्वारा उठाये गए। जिसकी वजह से भारत का शांति सूचकांक नीचे गिरा किन्तु 2021 में कुछ पायदान ऊपर आने का कारण भारत द्वारा उठाये गए कदम हैं। सरकार के द्वारा आपराधिक स्तर पर कानून में सुधार करने का प्रयास किया गया है।
ग्लोबल पीस इंडेक्स पैरामीटर क्या है?
इसके अंतर्गत 23 गुणात्मक और मात्रात्मक पैरामीटर हैं। इसके अलावा 3 मुख्य इंडीकेटर्स भी शामिल हैं।
- देश में या बाहर किसी और देश से चल रहे संघर्ष शामिल हैं।
- लोगों के बचाव और सुरक्षा से सम्बंधित उपाय कितने बेहतर हैं।
- देश द्वारा किये जा रहे सैन्यीकरण को भी शामिल किया जाता हैं।