Global Hunger Index रिपोर्ट हर साल जारी किया जाता है। यह रिपोर्ट Concern Worldwide and Welthungerhilfe की तरफ से साझा रिपोर्ट जारी की जाती है। इस साल यह 15 वीं रिपोर्ट जारी की गयी है। 2006 में पहली बार GHI को US-based International Food Policy Research Institute (IFPRI) and Germany-based Welthungerhilfe के द्वारा जारी किया। गया था।
Concern Worldwide: यह Ireland की सबसे बड़ी सहायक और मानवतावादी एजेंसी है। जो कि आपातकालीन स्थिति में स्वास्थ्य, भूखमरी और मानवतावादी कार्यों को करने पर ध्यान देती है।
Welthungerhilfe: इसका पूरा नाम Deutsche Welthungerhilfe है। यह एक जर्मन गैर-सांप्रदायिक, राजनीतिक रूप से स्वतंत्र गैर लाभकारी और गैर सरकारी सहायता एजेंसी है जो विकास सहयोग और आपातकालीन सहायता के क्षेत्र में काम कर रही है।
Global Hunger Index है क्या ?
यह एक तरीका है जिसके जरिये भूखमरी को global (विश्व स्तर पर), regional (क्षेत्रीय स्तर पर), और नेशनल(राष्ट्रीय) स्तर पर मापा जाता है एवं नजर रखी जाती है। यह रिपोर्ट हर साल अक्टूबर के महीने में जारी की जाती है।
Global Hunger Index के 4 अंग हैं
- Undernutrition(अल्पपोषण): उम्र के हिसाब से वजन कम रहना/ आबादी के आधार पर पर्याप्त कैलोरी प्राप्त नहीं होती। भारत की 14 प्रतिशत आबादी अल्पपोषण के दायरे में आती है।
- Child wasting (चाइल्ड वेस्टिंग): जो बच्चे पांच साल से कम हैं उनकी ऊंचाई की तुलना में वजन कम होता है। यह तीव्र/एक्यूट (Acute) कुपोषण को दर्शाता है। भारत में चाइल्ड वेस्टिंग की दर 17.3 प्रतिशत है।
- Stunting (स्टंटिंग): इसमें पांच साल तक के बच्चे की लम्बाई उसकी उम्र की तुलना में कम रहती है। यहस्थायी/क्रोनिक कुपोषण को दर्शाता है। भारत में स्टंटिंग की दर 37.4% है
- Child mortality(बाल मृत्युदर): यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों में, उनमें से कितनों की मृत्यु हो जाती है। चाइल्ड मोर्टेलिटी कहलाता है। देश में इसकी दर 3.7% है जो अब पहले से कम है।
इन चारों स्केल्स को मिलाकर 100 पॉइंट स्केल के आधार पर हंगर को मापा जाता है। इसमें ‘0’ हंगर सबसे अच्छा स्कोर है अर्थात वहाँ पर भुखमरी नहीं है और अगर कहीं 100 पॉइंट दिए जाते हैं तो यह सबसे ख़राब स्थिति होती है।
GHI Security Scale
कम(low) ≤ 9.9
मध्यम(Moderat) 10.0–19.9
गंभीर(Serious) 20.0–34.9
खतरनाक(Alarming) 35.0-49.9
बेहद चिंताजनक (Extremely Alarming) ≥ 50.0
इस बार भारत की रैंकिंग 107 देशों में 94 वें स्थान पर रही है। जिसमें भारत का स्कोर 27.2 रहा है जो सीरियस क्रम में आता है। वहीं अगर पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान की रैंकिंग 88, नेपाल की 73, बांग्लादेश की 75, श्रीलंका की 64, म्यांमार की 78 है। केवल अफगानिस्तान ऐसा पड़ोसी देश है जिसकी रैंकिंग 99 आयी है। अन्यथा सभी पड़ोसी देशों ने हमसे बेहतर रैंकिंग प्राप्त की है।
वहीं अगर चीन के स्कोर को देखते हैं तो चीन का स्कोर 5 से कम है।
दुनिया आज भी बहुत से लोग भुखमरी से लड़ रहे हैं। विकसित देशों की स्थिति अच्छी है। किन्तु अफ्रीकन देशों की स्थिति बहुत ख़राब है।
SDG(Sustainable Development Goals) में 2030 तक जीरो हंगर को प्राप्त करना भारत के लिए बहुत कठिन लग रहा है अगर SDG हंगर गोल्स को पाना है तो भारत को सही रणनीति को बनाकर काम करना होगा। GHI की रैंकिंग में सुधार के लिए भारत के सामने जो भी चुनौतियां सामने आती हैं सरकार को उन्हें खत्म करना होगा। पोषण कार्यक्रम के साथ रोजगार, शिक्षा पर काम करना होगा। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करना होगा। उन्हें इस प्रकार से बनाने की आवश्यकता है कि गरीब व्यक्ति तक उसकी पहुंच सुनिश्चित हो।
सरकार को यह सोचकर काम करना होगा कि 5 साल तक बच्चे कि पूरी जिम्मेदारी सरकार की है। क्यों की भारत के आंकड़े बहुत ख़राब रह रहे हैं जो विश्व में उसकी बढ़ती साख के लिए नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। Global Hunger Index में आज तक भारत की स्थिति बेहतर नहीं आयी है। पिछले साल 117 देशों के क्रम में भारत ने 102 वीं रैंकिंग पायी थी और इस बार भी कोई सुधार असल में हुआ नहीं है।