इस आर्टिकल में Cryptocurrecy क्या है(Cryptocurrency kya hai)?, किस Technology पर कार्य करती है।, इसके फायदे और नुकसान के आवला भारत में इसकी स्थिति के विषय में भी बताया गया है।
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Cryptocurrency क्या है(Cryptocurrency kya hai)?
cryptocurrency एक ऐसी currency है जिसे कागजी मुद्रा की तरह देखा नहीं जा सकता न हि उसकी तरह उपयोग में लाया जा सकता। यह एक डिजिटल और वर्चुअल करेंसी है। जो अपनी सिक्योरिटी के लिए cryptography का उपयोग करती है। crytocurrencies में secure payment के लिए decentralized टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है और ऐसा बिना नाम बताये, बिना किसी जानकारी के करना संभव है। यह इतना सिक्योर है कि पेमेंट की कोई भी जानकारी निकाल पाना असंभव होता है।
cryptography
इसके अंतर्गत किसी जानकारी को encrypt कोड के रूप में बदल दिया जाता है जिससे जानकारी जटिल कोड का रूप ले लेती है इस जानकारी को वही जान सकता है जिसके पास decrypt करने के लिए KEY हो। यह दो प्रकार की होती है।
- सिमेट्रिक क्रिप्टोग्राफी – इस प्रकार की क्रिप्टोग्राफ़ी में सेंडर और रिसीवर के पास एक ही KEY होती है।
- असिमेट्रिक क्रिप्टोग्राफ़ी – इसमें दो अलग अलग KEY का प्रयोग किया जाता है पब्लिक key और सीक्रेट key| इसमें पब्लिक key वो है जिसकी जानकारी सभी के पास हो और प्राइवेट key वह है जिसकी जानकारी सिर्फ रिसीवर के पास हो।
Blockchain क्या है(Blockchain kya hai)?
blockchain ऐसी तकनीक है जिससे द्वारा bitcoin तथा अन्य प्रकार की क्रिप्टो-करेंसी का संचालन किया जाता है। एक प्रकार से यह एक distributed public ledger है। जो एक खाते की तरह काम करता है जिसमें सभी transanctions अपडेट किये जाते है।
अभी बाजार में कई प्रकार की cryptocurrency है। जैसे- Bitcoin, Libra(facebook के द्वारा निकली गयी), Ethereum, Dogecoin, Ripple and Litecoin.
Cryptocurrency Bitcoin का ओरिजिन
Satoshi Nakamoto को बिटकॉइन का जनक माना जाता है लेकिन इस विषय पर कोई खास जानकारी नहीं है। 2009 में इस व्यक्ति के द्वारा बिटकॉइन की specification और इसके concept के बारे में जानकारी दी गयी। जिस समय क्रिप्टोगाफी को उपयोग में लेकर मेलिंग लिस्ट तैयार की गयी थी उसके बाद से बहुत से डेवलपर्स और satoshi nakamoto के साथ के लोग मिलकर इन बिटकॉइन को चलाते हैं।
Cryptocurrecy के उपयोग कहाँ-कहाँ है?
- इसका उपयोग कोई भी सामान खरीदने में किया जा सकता है जैसे अमेज़ॉन पे, या कोई भी ट्रेडर जो crypto-currency में आदान प्रदान करता है।
- मनी ट्रांसफर की तरह उपयोग किया जा सकता है। अगर कोई देश crypto-currency को लागू करता है।
- कोई सामान जिसका पेमेंट आप क्रिप्टो-करेंसी में चाहते हो।
- ट्रेडिंग के आधार पर- investment करके भी cryptocurrency का उपयोग किया जा सकता है
Cryptocurrency से क्या फायदे है?
जब हमारे द्वारा कोई खरीद की जाती है या बैंक में भी ट्रांजेक्शन किया जाता है तो उस पर अलग से कोई चार्ज लगता है। लेकिन cryptocurrency में ट्रांजेक्शन फी नहीं होती है और रिवॉर्ड भी दिया जाता है। अगर फीस लगाती भी है तो वह न के बराबर होती है। यह एक डिजिटल key है जिस कारण इसे केवल एक ही व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकता है। कोई भी entity क्रिप्टो-करेंसी को बंद या रोक नहीं सकती है। कोई भी गवर्नमेंट इसे रेगुलेट नहीं करती है। क्रिप्टो-करेंसी की globle reach है अगर इसके द्वारा कोई पेमेंट कर दी जाती है तो उसे रोक नहीं सकते या वापस नहीं किया जा सकता यानि की पेमेंट होने के बाद वह कम्पलीट होना ही है। क्रिप्टो-करेंसी में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। जिसे हैक कर पाना बहुत मुश्किल है। डिजिटल करेंसी होने के कारण इसकी counterfeiting करना बहुत कठिन है। यह एक ऐसा सिस्टम है अगर कोई भी सरकार इसे लागू करती है तो इससे और सिस्टम्स को बेहतर बनाया जा सकता है।
Cryptocurrency से घाटे क्या हो सकते है?
भारत जैसे देश में अभी digital infrastructure की काफी कमी है cryptocurrency का यूज़ करने के लिए डिजिटल अवेयरनेस का होना जरुरी है। जो इसके लिए लिमिटेशन बना देती है। cryptocurrency में exchange rates बहुत तेज़ी से बढ़ता गिरता है जब भी स्टॉक एक्सचेंज में खरीद फरोक्त करते है तो वोलैटिलिटी(volatility) अधिक होने के कारण नुकसान होने का खतरा भी अधिक रहता है। बहुत से देशो ने इसे illegal करेंसी घोषित कर रखा है क्यों कि money laundering , black money , organised crime भी बढ़ सकता है। मॉनेटरी सिस्टम पर भी एक बड़ा नुकसान हो सकता है।
Cryptocurrency कहाँ से खरीद सकते है?
क्रिप्टो-करेंसी को खरीदना या बेचना कोई कठिन काम नहीं है। ऐसी कई एप्लीकेशन और वेबसाइट है जहाँ से आप डिजिटल करेंसी खरीद सकते हैं इंडिया में दो बहुत ही फेमस कंपनी हैं जहाँ से डिजिटल करेंसी खरीदी या बेची जा सकती है। जिनका नाम Zebpay.com और unocoin.com है। इसके अलावा coindcx , wazirx जैसी एप्लीकेशन भी हैं।
इसे खरीदने के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट होना जरुरी है
- Voter id card
- Aadhar card
- Pen card
- Phone number
- Bank account details
digital currency खरीदने के लिए आप को किसी भी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर जाकर signup करना होगा उसके बाद आपको अपने कुछ जरुरी डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे। 24 घंटे के अंदर आपका अकाउंट एक्टिवेट हो जायेगा इसके लिए आपके पास एक ईमेल या मेसेज आएगा। फिर आपको बैंक डिटेल्स डालनी होगी जिससे आप अपने अकाउंट में पैसा जमा कर सके। डिजिटल करेंसी को खरीदने के लिए पहले पैसा जमा करना होता है उस पैसे से आप डिजिटल करेंसी खरीद सकते हैं और जिस साइट से आपने खरीदा है वहीं जाकर आप डिजिटल करेंसी को बेच सकते हैं।
Cryptocurrency पर भारत का रुख
केंद्र सरकार खुद की Digital Currency लाने पर विचार कर रही है, जिसे सरकार के द्वारा नियंत्रित किया जायेगा। इसके अलावा देश में चल रही अन्य सभी प्रकार की Cryptocurreny पर पूरी तरह पाबंदी लगायी जाएगी।
यह डिजिटल करेंसी, Cryptocurrency से अलग होगी। सरकार का प्रयास है कि इकॉनमी में जो करेंसी कागजी मुद्रा के रूप में है उसका कुछ भाग डिजिटल करेंसी में बदल दिया जाये। जिसे सरकार की तरफ से कागजी मुद्रा की तरह ही सॉवरेन गारंटी(sovereign guarantee) प्राप्त हो।
Cryptocurrency को सरकार की तरफ से सॉवरेन गारंटी(sovereign guarantee) प्राप्त नहीं होती है।
इस प्रकार का कदम भारत के अलावा पहले भी कई देश उठा चुके हैं। जिनमें चीन शामिल है। चीन के द्वारा अपनी इकॉनमी में डिजिटल करेंसी को बढ़ाया जा रहा है। जिसको वह खुद रेगुलेट करता है।
Cryptocurrecy क्या है(Cryptocurrency kya hai)? इस विषय पर हमारी जानकारी कैसी लगी। आप कमेंट में बता सकते हैं अगर इस विषय पर आपका कोई सवाल है तो वह भी कमेंट में लिख कर पूछ सकते हैं।